मंगलवार, 16 दिसंबर 2014

गणेश मानस पूजा


(१९.) छत्र & चँवर- 
हे अनाथों के नाथ श्री गौरीपुत्र गणेश! सिंहासन पर बाएँ-दाएँ सुंदर तकियों पर अपने हाथ रखे हुए, शीश पर पगड़ी धारण किए हुए और मुस्कुराते हुए आपकी शोभा अत्यंत भव्य हो गई है 


मैं आपके कोमल चरणों में बैठकर उन्हें धीरे-धीरे अपने हाथों से दबा रहा हूँ, जिससे कि आपको आराम पहुँच सके मैं आपको ताप से बचाने के लिए आपके ऊपर छत्र की शीतल छाया कर रहा हूँ और आप पर पुष्प से सजे एवं सुगंधित जल में भीगे चँवर को ढुलाकर शनै:-शनै: हवा कर रहा हूँ



Ganesh Manas Puja 19. Umbrella (Chatra) & Chanwar service for Ganesha 

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