मंगलवार, 16 दिसंबर 2014

गणेश मानस पूजा


(२३.) नृत्य- 
हे नटराज नंदन! आपके समक्ष देवगण एवं सुंदर अप्सराएँ मनमोहक नृत्य प्रस्तुत कर रही हैं। 

मैं भी गणेशजी की प्रशंसा में अपने टूटे-फूटे शब्दों में लजाते हुए कुछ श्लोक, स्तुतियाँ गुनगुना रहा हूँ और मंजीरा और ताली बजाता हुआ अन्य भक्तजनों के संग ‘जय गणेश’, ‘जय गजानन’, ‘जय ऋद्धि-सिद्धि’ उच्चारण करता हुआ नृत्य कर रहा हूँ 



गजमुख गणेशजी अपने कानों को ऊँचा कर मुस्कुराते हुए मेरे तोतरे बोल बड़े ही चाव से सुन रहे हैं और मेरे नृत्य को देखकर मन ही मन अत्यंत प्रमुदित हो रहे हैं



Ganesh Manas Puja 23. Dance for Ganesha 

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